जुलाई 2023 ने पृथ्वी के अब तक के सबसे गर्म महीने का खिताब हासिल किया है। मानव-जनित जलवायु परिवर्तन ने दुनिया भर में तापमान में अभूतपूर्व वृद्धि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
क्लाइमेट शिफ्ट इंडेक्स (सीएसआई) का उपयोग करते हुए क्लाइमेट सेंट्रल के एक विश्लेषण से इस संदर्भ में चौंकाने वाले आंकड़ों का पता चलता है। इसके मुताबिक दुनिया के 6.5 बिलियन से अधिक लोगों (वैश्विक आबादी का 81 प्रतिशत) ने जुलाई में कम से कम एक दिन ऐसे तापमान का अनुभव किया, जिसके उस स्तर तक होने कि संभावना जलवायु कारण तीन गुना थी।
2 अरब लोगों ने जलवायु परिवर्तन का प्रभाव महसूस किया
लगभग 2 अरब लोगों ने जुलाई के 31 दिनों में से प्रत्येक दिन जलवायु परिवर्तन का तीव्र प्रभाव महसूस किया, जो समस्या की भयावहता को उजागर करता है। 10 जुलाई, 2023 को अत्यधिक गर्मी का वैश्विक जोखिम अपने चरम पर पहुंच गया, जिससे दुनिया भर में 3.5 बिलियन लोग प्रभावित हुए।