हापुड़ पुलिस को आजकल एक गाने से सख्त नफरत हो गयी है। जो कोई गाना गाता नजर आता है, पुलिस उसे उठा लेती है। ये बात हम नहीं कह रहे, पुलिसिया रिकार्ड कह रहा है। बहादुरगढ़ थाने में अलग-अलग मामलों और अलग-अलग तारीखों में मनचलों के खिलाफ मुकदमों में एक ही गाने का उल्लेख किया गया है।
“आ जा….छल्ला निशानी” गाना मनचलों के खिलाफ कार्रवाई का बहादुरगढ़ के दारोगाओ को एक बड़ा हथियार बन गया है। 1969 की फिल्म ’अंजाना’ में मोहम्मद रफी का यह गाना राजेंद्र कुमार और बबीता पर फिल्माया गया था। यह फिल्म और इसका यह गाना भले ही आज के युवा जानते भी न हों, लेकिन इस गाने की अश्लीलता को वहां के दरोगा मुकदमें में रेखांकित कर रहे हैं।
बहादुरगढ़ थाने में 25 सितंबर, 8 नवंबर और 21 नवंबर 2023 को मनचलों के खिलाफ तीन दरोगा- अजहर हसन, प्रमोद कुमार और नितिन वर्मा की ओर से खिलाफ मुकदमें दर्ज कराए गए हैं। इन तीनों एफआईआर में उन दरोगाओं की ओर से कहा गया है कि वह लड़का, महिलाओं और लड़कियों के सामने “आ जा…छल्ला निशानी” गाना गा कर अश्लील हरकतें करते हुए छेड़खानी कर रहा था। पुलिस वालों ने उन्हें दबोच लिया।
पकड़े जाने पर तीनों लड़के माफी मांगने लगे। तीनों मामलों में पब्लिक का कोई गवाह तैयार नहीं हुआ। अब अगर आप हापुड़ जा रहे हैं तो ये गाना भूलकर भी ना गाएं और न ही अपने वाहन की म्यूजिक प्लेयर पर चलाएं।