अयोध्या राममंदिर के प्रसाद के नाम पर लगा दिया 17 लाख लोगों को चूना, 10 करोड़ की ठगी

0
607

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के प्रसाद, मंदिर मॉडल व सिक्का आदि की ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर ठगी करने वाले एक युवक को पुलिस ने दबोच लिया। आशीष सिंह का ये NRI शिकायतकर्ता को मैनेज करने अयोध्या आया था, पुलिस ने उसे वहीं से दबोच लिया। मूल रूप से गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी आशीष खादी आर्गेनिक नामक वेबसाइट के माध्यम से 19 दिसंबर से अब तक देश-विदेश के 16.69 लाख लोगों से समारोह के प्रसाद की फ्री डिलीवरी, मंदिर मॉडल व सिक्का आदि की आपूर्ति के नाम पर साढ़े 10 करोड़ से ज्यादा का आर्डर ले चुका है। प्रकरण में खादी ग्रामोद्योग विभाग की ओर से पूर्व में लखनऊ में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इस ठग ने अपने गुर्गों से राममंदिर का फ्री प्रसाद के नाम पर सोशल साइट्स पर कई वीडियो प्रसारित कराई। इससे लोग इसके झांसे में फंस गए और दस करोड़ से ज्यादा की ठगी कर ली।



खादी ऑर्गेनिक नामक बेबसाइट के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के प्रसाद की फ्री और समारोह के उपलक्ष्य में टी-शर्ट, राम मन्दिर माडल, चांदी के सिक्के, गमछा, झण्डे आदि की डिलीवरी के नाम पर देश-विदेश के लोगों को ठगा जा रहा था। फ्री प्रसाद के लिए डिलीवरी चार्ज के रूप में भारतीय नागरिकों से 51 रुपये और विदेशियों से एक डॉलर लिया जा रहा है। भुगतान के लिए कैश ऑन डिलेवरी और ऑनलाइन का विकल्प दिया गया है। रामजन्मभूमि कार्यशाला निवासी चंदन राय ने आशीष को फोनकर इस फर्जीवाड़ा का अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी। जिसके चलते वह चन्दन से मिलकर मामले को सुलझाने के लिए यूएसए से यहां आया था और साइबर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

सीओ क्राइम आशीष निगम ने बताया कि खुद को नॉर्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी सेटल अमेरिका का प्रोफ़ेसर बताने वाले आशीष सिंह को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से एक लैपटॉप, दो आईफोन तथा पासपोर्ट और ठगी में इस्तेमाल तमाम चीजें मिली हैं। आशीष ने बताया है कि वह USA से 13 जनवरी को भारत आया था । 19 दिसंबर से 12 जनवरी तक 16,69,620 लोगों ने 6,49,92,111 रुपये का सामान COD समेत कुल 10,49,45,065 रुपये का आर्डर किया है। सीओ ने बताया कि ठगी गई रकम फ्रीज कराई जा रही है। साइबर थाना प्रभारी आलोक वर्मा ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और पासपोर्ट अधिनियम के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here